60 साल पहले आई धर्मेंद्र की खलनायक वाली फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया था।

5 Min Read
60 साल पहले आई धर्मेंद्र की खलनायक वाली फिल्म

साठ साल पहले जब धर्मेंद्र की यह फिल्म रिलीज हुई थी तो इसने बॉक्स ऑफिस पर सनसनी मचा दी थी।

धर्मेंद्र को भारतीय सिनेमा का ‘ही-मैन’ कहा जाता है। उन्होंने कई बाधाओं को पार किया और अपनी प्रतिभा का परिचय देते हुए फिल्म उद्योग में एक के बाद एक हिट फिल्में देकर अपने लिए एक अलग मुकाम बनाया। लेकिन यह रोमांच कब शुरू हुआ, क्या आप जानते हैं? फिल्म इंडस्ट्री में धर्मेंद्र ने शुरुआत में हीरो से ज्यादा विलेन के तौर पर शोहरत हासिल की।

नई दिल्ली का एंटरटेनमेंट डेस्क: धर्मेंद्र ने हिंदी सिनेमा में हेमा मालिनी और मीना कुमारी जैसी दिग्गज अभिनेत्रियों के साथ रोमांस, हास्य और एक्शन दृश्यों से शोहरत हासिल की। ​​हालांकि, कम ही लोग जानते हैं कि उन्हें शुरुआत में रोमांटिक या एक्शन किरदार के बजाय विलेन के तौर पर लोकप्रियता मिली थी।

साठ साल पहले चमकी थी धर्मेंद्र की किस्मत ब्लॉकबस्टर फिल्म जिसमें धर्मेंद्र ने निभाया था विलेन का किरदार धर्मेंद्र और सायरा बानो एक दूसरे से प्यार करने लगे थे।

यह कहानी तब की है जब धर्मेंद्र पेशे में नए थे और अपनी पहचान बनाने की कोशिश कर रहे थे। 1960 में आई उनकी पहली फीचर फिल्म दिल भी तेरे हम भी तेरे बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा गई थी। लेकिन अनपढ़ और शोला और शबनम जैसी फिल्मों ने उन्हें लोगों के सामने और भी मशहूर कर दिया।

वह फिल्म जिसने उनकी किस्मत बदल दी 1964 में मोहन कुमार द्वारा निर्देशित फिल्म आई मिलन की बेला से धर्मेंद्र की किस्मत बदल गई। इस फिल्म में धर्मेंद्र ने राजेंद्र कुमार और सायरा बानो के साथ मुख्य भूमिका में अपनी पहली उपस्थिति दर्ज कराई। बॉक्स ऑफिस पर यह फिल्म बहुत बड़ी हिट साबित हुई। फिल्म में सायरा बानो, जो एक ही लड़की का किरदार निभा रही हैं, धर्मेंद्र और राजेंद्र दोनों के किरदारों की प्रेमिका बन जाती हैं।

नई दिल्ली का मनोरंजन डेस्क: धर्मेंद्र हिंदी सिनेमा में रोमांस, हास्य और एक्शन दृश्यों से मशहूर हुए, उन्होंने हेमा मालिनी और मीना कुमारी जैसी दिग्गज अभिनेत्रियों के साथ काम किया। हालांकि, कम ही लोग जानते हैं कि शुरुआत में उन्हें रोमांटिक या एक्शन किरदार के बजाय खलनायक के रूप में लोकप्रियता मिली थी।

यह कहानी तब की है जब धर्मेंद्र इस पेशे में नए थे और अपनी पहचान बनाने की कोशिश कर रहे थे। 1960 में आई उनकी पहली फीचर फिल्म दिल भी तेरे हम भी तेरे ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया था। लेकिन अनपढ़ और शोला और शबनम जैसी फिल्मों ने उन्हें लोगों के सामने और भी मशहूर कर दिया।

वह फिल्म जिसने उनकी किस्मत बदल दी 1964 में मोहन कुमार द्वारा निर्देशित फिल्म आई मिलन की बेला से धर्मेंद्र की किस्मत बदल गई। इस फिल्म में धर्मेंद्र ने राजेंद्र कुमार और सायरा बानो के साथ मुख्य भूमिका में अपनी पहली उपस्थिति दर्ज कराई। बॉक्स ऑफिस पर यह फिल्म बहुत बड़ी हिट साबित हुई। फिल्म में सायरा बानो, जो एक ही लड़की का किरदार निभा रही हैं, धर्मेंद्र और राजेंद्र दोनों के किरदारों की प्रेमिका बन जाती हैं।

धर्मेंद्र की सर्वश्रेष्ठ फिल्में हकीकत।

  • फूल और पत्थर
  • आराधना
  • रस्ते करो
  • तुम हसीं मैं जवान
  • मेरा गांव मेरा देश
  • सीता और गीता
  • शोले
  • यादों की बारात

धर्मेंद्र ने हाल ही में रणवीर सिंह और आलिया भट्ट के साथ प्रेम फिल्म रॉकी और रानी की प्रेम कहानी में काम किया, जिसमें उन्होंने शबाना आज़मी के साथ अपने किसिंग सीन के लिए प्रसिद्धि पाई।

धर्मेंद्र के सम्मान धर्मेंद्र ने फिल्म घायल का निर्माण किया, जिसके लिए उन्हें 1991 में राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। उनके बड़े बेटे सनी देओल ने फिल्म में मुख्य किरदार निभाया था। इसके अलावा, धर्मेंद्र को 2012 में भारत का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण मिला।

News Lagatar:- click now

Jagran:- click now

 

Share this Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version